सेना के बैंड की मधुर धुनों के साथ विक्टोरिया क्रास विजेता दर्वान सिंह नेगी शौर्य महोत्सव का आगाज
-थराली/नारायणबगड़ से हरेंद्र बिष्ट-
नारायणबगड़ विकासखंड के अंतर्गत कफारतीर में आयोजित विक्टोरिया क्रास विजेता वीसी दर्वान सिंह नेगी शौर्य महोत्स का सेना के बैंड धुनों के साथ आगाज हो गया है।
तीन दिवसीय इस महोत्सव का थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा ने बतौर मुख्य अतिथि उद्घघाटन करते हुए वीसी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद तमाम रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन शुरू हुआ।
बुधवार को राजकीय महोत्सव के तौर पर स्थापित तीन दिवसीय शौर्य महोत्सव का नारायणबगड़ ब्लाक के अंतर्गत कफारतीर खैतोलीखाल में विधिवत शुरूआत हों गई हैं। महोत्सव का उद्घाटन गढ़वाल स्काउट जोशीमठ l
से आई सैन्य टुकड़ी ने सेना की बैंड़ धुनों के बीच थराली विधायक भूपाल राम टम्टा ने स्व नेगी के छायाचित्र पर माल्यार्पण करते हुए रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मंच का रेबन काट कर किया।
इस अवसर पर सेना के कैप्टन राजेश द्वारा सेना का ध्वज फहराया गया।जिसे अतिथियों सहित सैन्य जवानों एवं पूर्व सैनिकों ने सलामी दी। इस मौके पर विधायक ने कहा कि स्वर्गीय नेगी ने जिस शौर्य,सहास एवं आत्मविश्वास के साथ भारत के कार्य किया। वह देश के इतिहास में स्वर्णियम अक्षरों में अंकित किया गया हैं।उनके शौर्य के चलते ही आज भी पूरे देश में पूरी पिंडर घाटी की पहचान अलग ही हैं।जिस पर पूरे चमोली जिले को गर्व है।
उन्होंने इस महोत्सव को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए एक जुटता की आवश्यकता पर बल दिया।इस अवसर पर चमोली जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत, नारायणबगड़ के ब्लाक प्रमुख यशपाल सिंह नेगी, भाजपा मंडल अध्यक्ष महेशा नंद चंदोला, भाजमुयों के जिलाध्यक्ष देवेंद्र नेगी, प्रधान संघ अध्यक्ष मोनू सती, सेवानिवृत्त कर्नल हरेंद्र सिंह, वीरेंद्र बरत्वाल आदि ने विचार व्यक्त किए।
जबकि समिति के अध्यक्ष लखपत सिंह नेगी, सचिव गंभीर सिंह मिंगवाल,समाज सेवी डॉ हरपाल नेगी,ग्राम प्रधान सुदर्शन नेगी, एडवोकेट पृथ्वी सिंह नेगी, थराली के तहसीलदार प्रदीप नेगी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए महोत्सव के संबंध में जानकारी दी।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, महिला मंगल दलों, युवक मंगल दलों एवं सांस्कृतिक टीमों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। महोत्सव में कृषि, उद्यान, पशुपालन, ग्राम्य विकास,समाज कल्याण,सैनिक कल्याण के साथ ही क्षेत्र के स्वंयम सहायता समूहों के स्टाल विशेष आकर्षण का केंद्र बनें रहे।