महिला कास्तकारों को फल, फूलों से खाद्य व पेय पदार्थ बनाने का प्रशिक्षण
-उत्तराखंड हिमालय ब्यूरो –
गोपेश्वर, 4 सितम्बर। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग चमोली ने स्वरोजगार एवं स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए जिले के 80 महिला कास्तकारों को स्थानीय उत्पादित फल, फूलों से विभिन्न खाद्य व पेयपदार्थ को बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। शिविर में सम्लित महिलाओं को एक समारोह में प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग चमोली के द्वारा राजकीय सामुदायिक फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र गोपेश्वर में जिला योजना के अंतर्गत फल सब्जी प्रसंस्करण एवं प्रशिक्षण कर्यक्रम आयोजित किया गया ।जिसमें एनयूएलएल एवं एनआरएलएम समूह की 80 महिलाओं को लैगुणा,तिमला, बुरांश,सेव, संतरा आदि फलों से जेम, चटनी, अचार, मुरब्बा, जूस आदि खाद्य एवं पेय पदार्थों का उत्पादन करने का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण शिविर पूरा होने पर नगर पालिका गोपेश्वर में एक प्रमाण पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह ने महिलाओं को प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र वितरित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा दिए जाने एवं स्थानीय उत्पादों को अधिकाधिक बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।जिसका महिलाएं समूह बनाकर लाभ उठा सकते हैं।
इस मौके पर महिलाओं एवं किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड,उद्यान विभाग के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए इन योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की।इस मौके पर राजकीय फल संरक्षण केंद्र गोपेश्वर संतोष नयाल, रघुवीर सिंह राणा, नगर पालिका के परियोजना प्रबंधक सुरेंद्र पंवार, वरिष्ठ सहायक पूरण सनवाल आदि ने विचार व्यक्त किए।