यशपाल बेनाम की दोटूक ; बेटी ने मेरी सहमति से चुना मुस्लिम वर
पौड़ी, 21 मई। नगरपालिका अध्यक्ष और भाजपा नेता यशपाल बेनाम ने बेटी के विवाह समारोह को स्थगित तो कर दिया मगर गैर धार्मिक विवाह को लेकर वह अब भी मजबूती से अपनी बेटी की पसंद के साथ हैँ।
दूसरे धर्म के युवक के साथ बेटी के विवाह समारोह को स्थगित करने की घोषणा के बाद पौड़ी के नगरपालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने जनभावनाओं का आदर करते हुए बेटी का विवाह समारोह रद्द तो कर दिया है मगर वह अब भी अपनी बेटी के फैसले के साथ हैँ।
बेनाम ने साफ किया कि बेटी ने उनकी सहमति से अपना वर चुना था। इसलिए वह इस विवाह को लेकर पहले भी बेटी के साथ थे, आज भी साथ हैँ और कल भी बेटी के फैसले पर अटल रहेंगे। क्योंकि उनकी बेटी को भी अपनी पसंद का जीवन साथी चुनने का पूरा कानूनी अधिकार है।
गौरतलब है कि कुछ सम्प्रदायिक मानसिकता के लोग वैमनस्य फैलाने के लिए बेनाम की बेटी के विवाह समारोह का विरोध कर रहे हैँ। जबकी भारत का संविधान हर बालिग लड़की/लड़के को अपनी पसंद का जीवन साथी चुनने का अधिकार देता है। यही नहीं कानून ऐसे विवाहों को प्रोत्साहित भी करता है ताकि समाज में प्रेम और भाईचारा बना रहे।
उन्होंने कहा यह बात सही है कि उनकी बेटी ने अन्य धर्म समुदाय के युवक के साथ विवाह रचा और वे अपनी बेटी की भावनाओं को देखते हुए इस समारोह को घुडदौडी में करने जा रहे थे, लेकिन धार्मिक संगठनों द्वारा इस शादी समारोह का विरोध करने पर मेरे द्वारा यह फैसला लिया गया है। उन्होंने जन भावनाओं का सम्मान करते हुए शादी समारोह को स्थगित किया है।