सुरंग में फंसे 40 मजदूरों की जान अब भी संकट में; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

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  • मजदूरों को पानी के पाइपों के द्वारा पहुंचा जा रहा है ऑक्सीजन
  • डीएम ने दीपावली की छुट्टियों को किया रद्द

-चिरंजीव सेमवाल की रिपोर्ट –

उत्तरकाशी ‌12, नवम्बर । यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा – डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा रविवार सुबह अचानक ढह जाने तीन दर्जन से अधिक श्रमिकों की सुरंग के अंदर फंस गए। घटना स्थल सिल्कियारा में निर्माणाधीन टनल के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान युद्ध स्तर से चलाया जा रहा है। फंसे हुए मजदूर तक पानी के लिए बिछाए गए पाइप के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है।

सुरंग से मलवा हटाने और फंसे मजदूरों को निकालने के लिए एस्केप पैसेज बनाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। जिला अधिकारी अभिषेक रूहेला ने कहा की सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। इसके लिए राहत और बचाव कार्यों को युद्ध स्तर पर संचालित किया जा रहा है। प्रशासन के द्वारा विभिन्न राहत और बचाव एजेंसियों और तकनीकी संगठनों तथा एनएचआईडीसीएल का सहयोग लेकर के बचाव अभियान संचालित किया जा रहा है।

डीएम ने दीपावली की छुट्टियों को किया रद्द

दीपावली पर्व पर सिलक्यारा सुरंग में रविवार सुबह हुए हास्य के बाद जिलाधिकारी स्वयं देहरादून से बाईं हेलीकॉप्टर से वापस लौटकर घटनास्थल पर पहुंच कर राहत कार्यों में तेज कर दिया है।
जिलाधिकारी ने जिले के सभी अधिकारियों के छुट्टियां रद्द करते हुए उन्हें तत्काल अपने-अपने कार्य स्थल पर रिपोर्ट करने औऱ राहत एवं बचाव कार्यों के लिए चौबीसों घंटे तत्पर रहने के निर्देश दिए हैं।
मौके पर डीएम अभिषेक रुहेला सहित पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, उप जिलाधिकारी डुंडा बृजेश कुमार तिवारी,उप जिलधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला घटना स्थल पर मौजूद हैं।

ये टीम राहत और बचाव अभियान में जुटे:

सीमा सड़क संगठन , बीआरओ की टीम ऑफिसर कमांडिंग नमन नरूला की अगुवाई में अभियान में जुटी जिलाधिकारी ने बीआरओ से अभियान के तकनीकी पहलूओं पर विचार विमर्श किया
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के टीम में राहत और बचाव अभियान में जुटा गई है आईटीबीपी के असिस्टेंट कमांडेंट जाधव वैभव के नेतृत्व में आइटीबीपी की टीम मौके पर है
एनएचएआइ के सीजीएम विशाल गुप्ता भी मौके पर मौजूद
एनडीआरएफ की 30 लोगों की टीम मौके पर टू आईसी रविशंकर बधानी के नेतृत्व में बचाव अभियान में जुटी है।

झारखंड उत्तर प्रदेश के बताए जा रहे अधिकांश मजदूर

रविवार तड़के पांच बजे सुबह हुये हादसे में 36 से अधिक मजदूरों की अभी तक फंसे हैं। 12 घंटे से अधिक समय हो चुका लेकिन मजदूर किस स्थिति में है इस का कोई मालूम नही। टनल में अधिकांश मजदूर झारखंड ,उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा असम सहित एक उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और एक हिमाचल मंडी का भी शामिल है ।

कंपनी के पास नहीं मशीनें, देर शाम तक पहुंचेगी मशीन

निर्माणाधीन टनल में कार्यदायी संस्था नेशनल हाईवे एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड ( एनएचआइडीसीएल) के पास वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन नहीं जिसके लिए जिला प्रशासन ने विकास नगर के लखवाड से संपर्क किया जा गया है। माशीन देर शाम तक पहुंच ने की उम्मीद है।

:::रेस्क्यू कार्यों पर सीएम पुष्कर सिंह धामी रखें नजर::::

सिलक्यारा के पास कोई हादसे में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं राहत कार्यों की जानकारी ले रहे हैं । उन्होंने जिलधिकारी सहित तमाम आपदा प्रबंधन की टीम को रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटाने के निर्देश दिये है । उन्होंने रेस्क्यू कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ईश्वर से प्रार्थना की है कि सभी मजदूर जल्द सुरक्षित निकाले।

सिलक्यारा टनल हादसे में अपडेट व सहायता के लिये हेल्पलाइन जारी।:::::::::::::

सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलने के लिये पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, अर्पण यदुवंशी द्वारा मौके पर पुलिस फोर्स, राहत व बचाव दलों को 24 घंटे के लिये तैनात कर दिया गया है। SP द्वारा बताया गया कि टनल में फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकलना हमारी प्राथमिकता है जिसके लिये पुलिस बल व राहत एवं बचाव दल की टीमों को 24×7 मौके पर रेस्क्यू कार्य में जुटी रहेंगी। रेस्क्यू की अपडेट व सहायता के लिये उत्तरकाशी पुलिस की हेल्पलाइन +917455991223 भी जारी की गयी है।

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