लोकतंत्र के प्रभाव और कमियों पर छात्र – छात्राओं ने किया मंथन
राजकीय डिग्री कॉलेज में सेमिनार को सिमरनजीत कौर ने दिया प्रबोधन
–उत्तराखंड हिमालय ब्यूरो –
गोपेश्वर, 16 सितंबर। अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चमोली के तत्वावधान में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर के सभागार में सेमिनार आयोजित किया गया। इस सेमिनार में लोकतंत्र के प्रभाव और कमियों को उजागर करने के लिए अनेक छात्र-छात्राओं द्वारा अपने विचार प्रस्तुत किए गए।
सेमिनार में छात्र-छात्राओं ने अपने विचारों के माध्यम से लोकतंत्र के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला तथा लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाए जाने के लिए उपायों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
साथ ही छात्र-छात्राओं के मध्य लोकतंत्र पर विचार गोष्ठी के माध्यम से प्रतियोगिता भी कराई गई जिसमें सभी प्रतिभागियों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से प्रमाण पत्र तथा प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र – छात्राओं को पुरस्कार स्वरूप ट्रॉफी दी गई। जिसमें प्रथम पुरस्कार कपिल सिंह, द्वितीय पुरस्कार प्रदीप कुमार तथा तृतीय पुरस्कार हरदेव रावत को दिया गया।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती सिमरनजीत कौर ने छात्र – छात्राओं को लोकतंत्र के महत्व को समझाते हुए बताया कि अभिव्यक्ति की आजादी का नाम ही लोकतंत्र है। इसके साथ ही सभी को समान अधिकार और सभी का समान कर्तव्य ही लोकतंत्र का मूल है।
वही पैनल अधिवक्ता ज्ञानेंद्र खंतवाल ने लोकतंत्र की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए भारतीय लोकतंत्र और संविधान पर चर्चा की। सेमिनार में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीएड संकाय के प्रोफेसर डॉ. अखिलेश कुकरेती द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों को लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांतों के संबंध में बताया गया तथा प्राचार्य/प्रोफेसर डॉ. एम.एस. उनियाल ने लोकतंत्र में मतदान के अधिकार को उल्लिखित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के अन्य शिक्षकगण डॉ. अनिल कुमार सैनी, डॉ. जगमोहन नेगी बंदना कोहली, डॉ. रमाकांत यादव, डॉ. मनोज बिष्ट एवं अन्य शिक्षकगण के साथ ही कर्मचारी गण एवं छात्र – छात्राएं उपस्थित रहे।