बेबस और मुफलिशी के दौर से गुजर रहे हैं कुंज बिहारी नेगी
—डॉ योगेश धस्माना —
कभी मिस्टर गढ़वाल के नाम से विख्यात कुंजबिहारी नेगी आज लाचार, बेबस और मुफलिशी के दौर से गुजर रहे हैं।
भूख हड़तालओं के लिए चर्चा में रहे पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष, कुंजबिहारी नेगी ने गढ़वाल विश्वविद्यालय की स्थापना, गढ़वाल मंडल के मुख्यालय में मंडलीय कार्यालयों की स्थापना करवाई I इसके लिए उन्होने उत्तर प्रदेश की सरकारें को भी झुकाया।
आज वह व्यक्ति बीमारी के कारण लाचार है। 83 वर्ष के कुंजबिहारी नेगी आज उत्तराखंड के भर्ती घोटलों पर दुखी दिखलाई देते हैं। एक मुलाक़ात में उन्होने बताया की यदि आज उनका शेरीर साथ देता , तो वे राज्य के बेरोजगारों के साथ सरकार के द्वारा किया जा रहा अन्याय को लेकर एक बार फिर भूख हड़ताल करते I उनकी बीमारी के कारण आज वे एकांत जीवन जीने को मजबूर हैं।