खेल/मनोरंजनब्लॉग

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने आईएफएफआई 2024 में कार्यक्रमों की शानदार सूची जारी की

The 18th edition of Film Bazaar is set to be the largest yet, with 350+ film projects featured in the various verticals of the Film Market.  Shri Jerome Pillard, ex-Market Head of ‘Marche du Cannes’ has taken over as the Advisor of Film Bazaar. The Knowledge Series will include pitching sessions and workshops on film production, distribution, and international collaboration. Since its inception in 2007, Film Bazaar has become South Asia’s largest and most essential film market. This year the Pavilions & Exhibitions will be set along the water front promenade and has witnessed overwhelming participation from various Countries & States, Film Industry, Tech & VFX Industry, etc. Several scaleups are being done through partnership with FICCI, to help ensure better industry participation in the Pavilions. Open ‘Buyers-Sellers’ Meet will also be organized in this year’s Film Bazaar, where the filmmakers can meet collaborators.

 

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) का 55वां आयोजन 20 से 28 नवंबर 2024 तक खूबसूरत गोवा राज्य में किया जा रहा है। इस साल का महोत्सव सिनेमाई भव्यता का प्रतीक होगा, जिसमें विविध कथानक और नवीन विषयों वाली फिल्में दिखाई जाएंगी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा।

गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने गोवा में पूर्वावलोकन प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को बताया कि गोवा आईएफएफआई के 55वें संस्करण की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है और फिल्मों के इस भव्य समारोह में प्रतिनिधियों का स्वागत करने के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि समारोह के दौरान 81 देशों की 180 अंतर्राष्ट्रीय फिल्में दिखाई जाएंगी। सभी प्रतिनिधियों के लिए समारोह स्थलों तक यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए मुफ्त परिवहन सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी। श्री सावंत ने कहा कि गोवा की फिल्मों के लिए एक विशेष खंड होगा जिसमें 14 फिल्में दिखाई जाएंगी, यह प्रदर्शन स्थानीय प्रतिभा और संस्कृति का जश्न होगा। आईएफएफआई परेड के मार्ग पर ‘कंदील’ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा और प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। श्री सावंत ने बताया कि आईएफएफआई परेड 22 नवंबर को ईएसजी कार्यालय से कला अकादमी तक आयोजित की जा रही है।

 

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/CR-2IJAF.jpg

 

गोवा की मनोरंजन समीति उपाध्यक्ष सुश्री डेलीलाह लोबो ने मीडिया को बताया कि इस महोत्सव को पर्यावरण अनुकूल बनाने तथा सभी वर्गों के लोगों की यहां तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।

 

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/CR-3F1FF.jpg

 

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव और एनएफडीसी के प्रबंध निदेशक श्री पृथुल कुमार ने कहा कि इस वर्ष 6500 प्रतिनिधियों ने अपना पंजीकरण कराया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक है। फिल्म प्रेमियों के लिए महोत्सव को और अधिक सुलभ बनाने के लिए इस वर्ष छह अतिरिक्त स्क्रीन और 45 प्रतिशत अधिक स्क्रीनिंग थिएटर उपलब्ध कराए जाएंगे। श्री कुमार ने कहा कि महोत्सव में फिल्म उद्योग की जानी-मानी हस्तियां शामिल होंगी। श्री कुमार ने यह भी बताया कि एनएफडीसी, सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव के नेतृत्व में यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है कि इस वर्ष का यह महोत्सव लोगों की भागीदारी और समग्र अनुभव की गुणवत्ता के मामले में नई ऊंचाइयों पर पहुंचे। सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन महोत्सव की तैयारियों की निरंतर समीक्षा कर रहे हैं। श्री कुमार ने कहा कि महोत्सव का प्रयास है कि सूचना एवं प्रसारण सचिव के कुशल मार्गदर्शन में समन्वित कार्रवाई और विभिन्न कार्यों के समय पर निष्पादन के माध्यम से सभी हितधारकों को एक साथ आएं।

श्री कुमार ने यह भी बताया कि पत्रकारों को फिल्म उद्योग के सभी पहलुओं की विस्तृत जानकारी देने के लिए एक प्रेस टूर का आयोजन किया जाएगा।

इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री वृंदा देसाई, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की पीआईबी महानिदेशक सुश्री स्मिता वत्स शर्मा, तथा पीआईबी और ईएसजी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/CR-4ITYL.jpg

 

सम्मेलन में, मीडिया के साथ साझा की गई आईएफएफआई 2024 की मुख्य बातें इस प्रकार है:

  • आईएफएफआई 2024 युवा फिल्म निर्माताओं पर केंद्रित है। कल के सृजनशील मस्तिष्क (सीएमओटी) खंड में पिछले वर्ष भेजी गई 550 प्रविष्टियों की तुलना में इस बार रिकॉर्ड 1032 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं।
  • सूचना एवं प्रसारण मंत्री के दूरदर्शी मार्गदर्शन में, आईएफएफआई 2024 में युवा फिल्म निर्माताओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। “कल के सृजनशील मस्तिष्क” पहल का विस्तार करके 100 युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहन दिया गया है, जिसमें देश भर के युवा फिल्म छात्रों को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। (पिछले संस्करण में 75 युवा प्रतिभाओं को मौका दिया गया था)
  • उभरती प्रतिभाओं को सम्मानित करने के लिए एक नया सर्वश्रेष्ठ डेब्यू भारतीय निर्देशक पुरस्कार शुरू किया गया है, जिसमें युवा रचनाकारों के लिए क्यूरेटेड मास्टरक्लास, पैनल चर्चा और फिल्म स्क्रीनिंग शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, मनोरंजन ईफ्फीएस्टा का उद्देश्य संगीत, नृत्य और आपसी बातचीत अनुभवों के माध्यम से युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना है।
  • आईएफएफआई 2024 में 101 देशों से रिकॉर्ड 1,676 प्रविष्टियां आई हैं, जो महोत्सव की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा का जीता जागता सबूत है। आईएफएफआई 2024 में 81 देशों की 180 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्में दिखाई जाएंगी, जिनमें 16 विश्व प्रीमियर, 3 अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर, 43 एशियाई प्रीमियर और 109 भारतीय प्रीमियर शामिल हैं। प्रसिद्ध शीर्षकों वाली और वैश्विक सर्किट से पुरस्कार विजेता फ़िल्मों के चयन के साथ, इस वर्ष का महोत्सव दर्शकों पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ने में सफल होगा।
  • फोकस देश के रूप में ऑस्ट्रेलिया समर्पित फिल्म पैकेज का प्रदर्शन करेगा और स्क्रीन ऑस्ट्रेलिया और एनएफडीसी के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) के माध्यम से भारत के साथ सहयोग को बढ़ावा देगा। इस महोत्सव की शुरुआत प्रतिष्ठित ब्रिटिश पॉपस्टार रॉबी विलियम्स के जीवन की एक आकर्षक झलक पेश करने वाली माइकल ग्रेसी की ऑस्ट्रेलियाई फिल्म बेटर मैन से होगी।
  • सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड ‘फिलिप नोयस’ को दिया जाएगा, जो एक प्रसिद्ध और पुरस्कृत ऑस्ट्रेलियाई निर्देशक हैं, जो अपनी असाधारण कहानी कहने की कला और रहस्यपूर्ण, सांस्कृतिक रूप से समृद्ध फिल्में बनाने में महारत के लिए जाने जाते हैं। नोयस की फिल्मोग्राफी में पैट्रियट गेम्स, क्लियर एंड प्रेजेंट डेंजर, साल्ट, द सेंट, द बोन कलेक्टर जैसी कई प्रतिष्ठित फिल्में शामिल हैं। हैरिसन फोर्ड, निकोल किडमैन, एंजेलिना जोली, डेनजेल वाशिंगटन और माइकल केन जैसे प्रसिद्ध अभिनेताओं के साथ उनके काम ने सिनेमा पर उनके स्थायी प्रभाव को रेखांकित किया है।
  • अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता खंड में 15 फीचर फिल्में (12 अंतर्राष्ट्रीय और 3 भारतीय) दिखाई जाएगी, सर्वश्रेष्ठ फिल्म को प्रतिष्ठित सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार, एक स्वर्ण मयूर और 40 लाख रुपये के नकद पुरस्कार दिया जाएगा। सर्वश्रेष्ठ फिल्म के अलावा, जूरी सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष), सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (महिला), विशेष जूरी पुरस्कार श्रेणी में भी विजेताओं का निर्धारण करेगी।
  • सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म डेब्यू निर्देशक पुरस्कार श्रेणी में , पांच अंतर्राष्ट्रीय और दो भारतीय फिल्में है। विजेता फिल्म को प्रतिष्ठित सिल्वर पीकॉक, 10 लाख रुपये नकद पुरस्कार और एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
  • अंतर्राष्ट्रीय निर्णायक मंडल का नेतृत्व इसके अध्यक्ष और प्रख्यात भारतीय फिल्म निर्माता श्री आशुतोष गोवारिकर करेंगे, साथ ही इसमें प्रख्यात सिंगापुरी लेखक, निर्देशक और निर्माता एंथनी चेन, प्रतिष्ठित ब्रिटिश निर्माता एलिजाबेथ कार्लसन, एशिया स्थित प्रतिष्ठित निर्माता फ्रैन बोर्गिया और प्रख्यात ऑस्ट्रेलियाई फिल्म संपादक जिल बिलकॉक भी शामिल होंगे।
  • भारतीय पैनोरमा खंड में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को दर्शाने वाली 25 फीचर फिल्में और 20 गैर-फीचर फिल्में दिखाई जाएंगी। इस खंड में ओपनिंग फीचर फिल्म, हिंदी भाषी स्वतंत्र वीर सावरकर है जिसका निर्देशन रणदीप हुड्डा ने किया है, और ओपनिंग नॉन-फीचर फिल्म, घर जैसा कुछ (लद्दाखी) हैं।
  • देश भर में युवा फिल्म निर्माण प्रतिभाओं को मान्यता देने के लिए नया पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ भारतीय नवोदित निर्देशक ” शुरू किया गया है, जिसे आईएफएफआई  की थीम ‘युवा फिल्म निर्माताओं’ पर केंद्रित किया गया है। कुल 102 फिल्मों में से 5 फिल्मों को इस पुरस्कार के लिए चुना जाएगा। पुरस्कार में प्रमाणपत्र और 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है, जो समापन समारोह में दिया जाएगा।
  • बेस्ट वेब सीरीज (ओटीटी) अवॉर्ड के लिए इस साल 46 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं, जबकि पिछले साल 32 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। विजेता सीरीज को पुरस्कार राशि के रूप में सर्टिफिकेट और 10 लाख का नकद पुरस्कार दिया जाएगा, जिसकी घोषणा समापन समारोह में की जाएगी।
  • शताब्दी समारोह : आईएफएफआई  2024 में भारतीय सिनेमा के दिग्गजों जैसे राज कपूर, मोहम्मद रफ़ी, तपन सिन्हा और अक्किनेनी नागेश्वर राव को उद्घाटन और समापन समारोहों में विशेष ऑडियो-विज़ुअल प्रदर्शनों, इफ्फीएस्टा में इमर्सिव प्रदर्शनियों और भारतीय डाक द्वारा एक स्मारक माई स्टैम्प श्रृंखला के साथ श्रद्धांजलि दी जाएगी। सरकार के राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन (एनएफएचएम) के तहत एनएफडीसी-एनएफएआई द्वारा पुनर्स्थापित इन आइकन में से प्रत्येक की एक क्लासिक फिल्म भी आईएफएफआई  में दिखाई जाएगी, जिसमें राज कपूर की आवारा, अक्किनेनी नागेश्वर राव की देवदासु (1953), मोहम्मद रफ़ी की हम दोनो और तपन सिन्हा की हारमोनियम शामिल हैं।
  • चार नए अंतर्राष्ट्रीय प्रोग्रामिंग खंड जैसे राइजिंग स्टार्स (उभरते निर्देशकों की शान में), मिशन लाइफ (पर्यावरण के प्रति जागरूक सिनेमा पर प्रकाश डालना), फोकस का देशः ऑस्ट्रेलिया और संधि देश पैकेज , जिसमें ब्रिटिश फिल्म संस्थान से चयनित फिल्में शामिल हैं।
  • आईएफएफआई  2024 में महिलाओं द्वारा निर्देशित 47 फ़िल्में और युवा और नवोदित फ़िल्म निर्माताओं की 66 फ़िल्में विविधता और समावेश को बढ़ावा देंगी, जो कम प्रतिनिधित्व वाली फिल्मों को आगे बढ़ाने के लिए महोत्सव की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सिनेमा में महिला खंड उभरती प्रतिभाओं और महिला फ़िल्म निर्माताओं के महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करेगा।
  • स्क्रीनिंग के लिए 6 अतिरिक्त थिएटर उपलब्ध होंगे, जिनमें आईनॉक्स मडगांव के 4 थिएटर और आईनॉक्स पोंडा के 2 थिएटर शामिल हैं। फेस्टिवल के दौरान 5 स्थानों – आईनॉक्स पंजिम (4), मैक्विनेज़ पैलेस (1), आईनॉक्स पोरवोरिम (4), आईनॉक्स मडगांव (4), आईनॉक्स पोंडा (2) और जेड स्क्वायर सम्राट अशोक (2)  में 270 से अधिक फिल्में दिखाई जाएंगी। इसके अलावा गोवा में फिल्म स्क्रीनिंग के लिए 5 पिक्चर टाइम इन्फ्लेटेबल थिएटर भी तैयार किए गए हैं।
  • सीएमओटी पहल के तहत इस वर्ष 1,032 प्रविष्टियों के साथ रिकॉर्ड-तोड़ भागीदारी देखी गई है, जो 2023 की तुलना में लगभग दोगुनी है। यह कार्यक्रम 13 फिल्म निर्माण शिल्पों के अंतर्गत युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देता है, और पहली बार 100 प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा, जो महत्वाकांक्षी फिल्म निर्माताओं के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करेगा।
  • मास्टरक्लासपैनल और उद्योग जुड़ाव: फिल्मों के दीवाने, कला अकादमी में 25 से ज़्यादा मास्टरक्लास और पैनल चर्चाओं का लुत्फ़ उठा सकते हैं, जिनका नेतृत्व एआर रहमान, प्रसून जोशी, शबाना आज़मी, मणि रत्नम, विधु विनोद चोपड़ा जैसे उद्योग के दिग्गज और फिलिप नॉयस और जॉन सील जैसी अंतरराष्ट्रीय हस्तियां करेंगी। इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को साउंड डिज़ाइन, डिजिटल युग में अभिनय और फ़िल्म निर्माण के भविष्य के बारे में जानकारी मिलेगी।
  • फिल्म बाजार 2024: दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा फिल्म बाजार : फिल्म बाजार का 18 वां संस्करण अब तक का सबसे बड़ा आयोजन साबित होने जा रहा है, जिसमें फिल्म बाजार के विभिन्न क्षेत्रों वाली 350 से अधिक फिल्म परियोजनाएं प्रदर्शित की जाएंगी। ‘मार्चे डू कान्स’ के पूर्व बाजार प्रमुख श्री जेरोम पिलार्ड ने फिल्म बाजार के सलाहकार का पदभार संभाला है। ज्ञान श्रृंखला में फिल्म निर्माण, वितरण और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर पिचिंग सत्र और कार्यशालाएं शामिल होंगी। 2007 में अपनी स्थापना के बाद से फिल्म बाजार दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा और सबसे आवश्यक फिल्म बाजार बन गया है। मंडपों में उद्योग की बेहतर भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए फिक्की के साथ साझेदारी करते हुए इस वर्ष मंडप और प्रदर्शनियां जल तटबंध के किनारे स्थापित की जाएंगी और इसमें विभिन्न देशों और राज्यों, फिल्म उद्योग, टेक और वीएफएक्स उद्योग आदि से भारी योगदान दिया गया है। फिल्म निर्माता के सहयोगियों से मेल-मिलाप के लिए इस साल के फिल्म बाजार में ओपन ‘बायर्स-सेलर्स मीट’ का भी आयोजन किया जाएगा।
  • ‘ इफिएस्टा सांस्कृतिक उत्सवों के साथ बातचीत का अनुभव: इफिएस्टा 2024 में एक मनोरंजन उत्सव के रूप में पहला इफिएस्टा आयोजित किया जाएगा, जो फ़िल्म, संगीत, नृत्य, भोजन, कला और आपसी बातचीत अनुभवों के माध्यम से उत्सव की सांस्कृतिक जीवंतता को बढ़ाएगा। इफिएस्टा में क्यूरेटेड लाइव परफ़ॉर्मेंस, भोजन और मौज-मस्ती के लिए एक विशेष क्षेत्र होगा जो ज़ोमैटो द्वारा संचालित किया जाएगा। कला अकादमी और उसके आस-पास के मनोरंजन क्षेत्र युवाओं पर केंद्रित होंगे। इसमें भारतीय सिनेमा की यात्रा को दिखाने वाली प्रदर्शनी के साथ-साथ चार शताब्दी के वर्षों का व्यापक प्रदर्शन किया जाएगा। 22 नवंबर को इफ़िएस्टा के भाग के रूप में ‘भारतीय सिनेमा की यात्रा’ के इर्द-गिर्द एक कार्निवल परेड का आयोजन किया जाएगा।
  • सुगम्यता और समावेशिता : 55वां आईएफएफआई एक सुगम्यतापूर्ण आयोजन होगा, जो आईएफएफआई  के इतिहास में पहली बार हुआ है। सभी फिल्म प्रेमियों, विशेष रूप से दिव्यांगजनों सहित कम गतिशीलता वाले लोगों के लिए फिल्म महोत्सव की सुलभता सुनिश्चित करने के लिए आईएफएफआई  ने एक अग्रणी संगठन स्वयं को सुगम्यता भागीदार के रूप में नामित किया है। आईएफएफआई  2024 समावेशिता के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें सभी स्थानों को सभी के लिए सुलभ बनाया जाएगा, स्वयंसेवकों को दिव्यांगों के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा। आईएफएफआई  में फिल्मों, कार्यक्रमों और आयोजनों को सुगम्यता सुविधाओं जैसे ऑडियो विवरण और सांकेतिक भाषा व्याख्या से सुसज्जित किया जा रहा है, मोबाइल एप्लिकेशन के उपयोग के माध्यम से सुगम्यता सुनिश्चित की जा रही है, जो माननीय प्रधान मंत्री द्वारा दिए गए “सबका साथ, सबका विकास” की भावना को मूर्त रूप देता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!