चमोली के एक और गांव पर संकट , लिंगोमती नदी काट रही गांव की बुनियाद
-पोखरी से राजेश्वरी राणा –
पोखरी ब्लॉक के कांडई (चंद्रशिला) गांव के नीचे घटधार तोक में निगोमती नदी ( निगोल ) के कटान के कारण जवर्दशत भूस्खलन शुरू हो गया है। भूस्खलन के कारण ग्रामीणों की वन पंचायत और कुनला तोक की कृषि भूमि तवाह होने के साथ ही गाव के अस्तित्व को खतरा मंडराने लगा है।
कांडई के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और बद्रीनाथ के विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी को ज्ञापन भेजकर घटधार कुनला तोक में चेक डेम और सुरक्षा दीवारें लगाने की मांग की है । महिला मंगल दल की अध्यक्ष रश्मि राणा, अंजना राणा, वरदेई देव, राजेश्वरी देवी, गोदामबरी देवी भण्डारी, लक्ष्मी देवी, ऊमा किमोठी, पूनम किमोठी, विमला राणा, गोदामबरी राणा, मनोरमा भण्डारी, शांता देवी, कुसुम राणा, सीमा राणा , लीला देवी, सुनीता देवी, सुरेशी देवी, प्रधान नवीन राणा, लखपत राणा,सन्तोष राणा वालेन्द्र राणा, देवेन्द्र सिंह राणा, कमल राणा वलवन्त राणा, मुकेश नेगी , मदन भण्डारी, भुपेंद्र भण्डारी, नितू किमोठी सहित तमाम ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि विगत तीन चार वर्षो से उनकी ग्राम सभा चंद्रशिला कांडई के नीचे घटधार तोक में निगोमती नदी के कटान के कारण जवर्दशत भूस्खलन हो रहा है। जिस कारण जहां ग्रामीणों की 50 नाली वन पंचायत की भूमि तवाह होकर उसमें सैकड़ों चीड़ के पेड़ दबकर नष्ट हो गये है ।
ग्रामीणों का कहना है कि यह भूस्खलन कुनला तोक तक पहुंच गया है और ग्रामीणों की 50 नाली से अधिक कृषि भूमि भी तबाह हो गई है। साथ ही उनकी ग्राम सभा चंद्रशिला कांडई के अस्तित्व को भी खतरा पैदा हो गया है। ग्रामीणों का काश्तकारी के लिए जंगल जाने का रास्ता भी पूर्ण रुप से क्षतिग्र्रस्त हो गया है । गांव की महिलाएं जान जोखिम में डालकर घास, लकड़ी , काश्तकारी के लिए जंगल जा रही है ।अपने मवेशियों को ग्रामीण घास चुगाने के लिए जंगल नहीं ले जा पा रहे हैं । लिहाजा ग्राम सभा चंद्रशिला कांडई के अस्तित्व की सुरक्षा हेतू घटधार कुनला तोक में चेक डेम सुरक्षा दीवारें लगायी जाय तथा ग्रामीणों का जंगल आने जाने का रास्ता ठीक करवा जाय।