भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा खाद्य उत्पादक देश है
—uttarakhandhimalaya.in —
एफएओ के अनुसार भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा खाद्य उत्पादक देश है। चीन दुनिया का सबसे बड़ा अनाज उत्पादक है, फिर भी हाल के दशकों में खाद्य आयात पर अधिक निर्भर हो गया है। केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 31 जनवरी, 2023 को संसद में ‘आर्थिक समीक्षा 2022-23’ पेश करते हुए बताया कि जलवायु परिवर्तन संबंधी चुनौतियों के बावजूद 2021-22 में भारत में कुल अनाज उत्पादन रिकॉर्ड 315.7 मिलियन टन तक पहुंच गया। इसके अलावा प्रथम अग्रिम अनुमान 2022-23 (केवल खरीद) के अनुसार देश में कुल अनाज उत्पादन का अनुमान 149.9 मिलियन टन है जो पिछले पांच वर्षों (2016-17 से 2020-21) के औसत खरीद अनाज उत्पादन से बहुत अधिक है। दालों का उत्पादन भी पिछले पांच वर्षों के औसत 23.8 मिलियन टन से बहुत अधिक रहा है।
भारत का अधिकांश उत्पादन निर्वाह किसानों द्वारा उत्पादित किया जाता है और स्थानीय स्तर पर खपत किया जाता है।भारत दूध और दालों का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है जबकि चावल, गेहूं, गन्ना, मूंगफली, सब्जियां, फल और मछली उत्पादन के मामले में नंबर दो पर है।वर्ष 2021-22 के लिए दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 316.06 मिलियन टन अनुमानित है, जो वर्ष 2020-21 के दौरान प्राप्त उत्पादन की तुलना में 5.32 मिलियन टन अधिक है।उत्तर प्रदेश, भारत में खाद्यान्न का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। साल 2020-21 में देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में इसका योगदान लगभग 18.89 फीसदी (58.32 मिलियन मीट्रिक टन) है। वहीं, साल 2019-20 में उत्तर प्रदेश ने 21,71,836 मीट्रिक टन मोटे अनाज का उत्पादन किया था।
चावल भारत में सबसे ज्यादा उगाई जाने वाली फसल है। पश्चिम बंगाल भारत का सबसे बड़ा चावल उत्पादक राज्य है, जिसकी लगभग आधी कृषि योग्य भूमि चावल की खेती के तहत है। चावल की खेती के तहत लगभग 5.86 मिलियन हेक्टेयर भूमि के साथ उत्तर प्रदेश चावल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है । देश में मुख्य चावल उगाने का मौसम ‘खरीफ’ है।