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क्रॉप कटिंग का नया प्रयोग : डीएम चमोली ने धान के खेत में खुद हाथ आजमाये

–उत्तराखंड हिमालय ब्यूरो –

गोपेश्वर, 20 सितम्बर। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मंगलवार को गोपेश्वर नगर क्षेत्र के पपडियाणा गांव में धान की फसल पर किए जा रहे क्रॉप कटिंग प्रयोग का निरीक्षण किया। इस्  दौरान जिलाधिकारी ने स्वयं भी धान की लवाई की।

राजस्व विभाग की टीम ने पपडियाणा निवासी कृषक दीपक पंवार के धान के खेत में 30 वर्गमीटर का प्लाट बनाकर नियमानुसार सीसीई एग्री एप के माध्यम से क्रॉप कटिंग का प्रयोग किया। निर्धारित आकार के प्लाट में धान की उपज 7.60 किलोग्राम बालियों का उत्पादन प्राप्त हुआ।

इस दौरान जिलाधिकारी ने खेत का नक्शा, खसरा रजिस्टर आदि भू-अभिलेखों की जॉच करते हुए काश्तकारों से बोए गए धान के बीज के बारे में भी जानकारी ली। जिलाधिकारी ने कहा कि क्राप कटिंग प्रयोगों के आधार पर ही जिले में फसलों के औसत उपज और उत्पादन के आंकड़े तैयार किये जा रहे है तथा जिले में हो रहे उत्पादन की सटीक जानकारी हासिल की जा रही है। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को प्राधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ मिलेगा। जिलाधिकारी ने किसानों से कृषि एवं अन्य आवश्यक संशाधनों से संबधित समस्याओं एवं चुनौतियों की जानकारी प्राप्त करते हुए उनके समाधान हेतु सुझाव भी दिए।

उल्लेखनीय है कि क्राप कटिंग प्रयोग खेत में 30 वर्गमीटर प्लाट बनाकर उसमें उत्पादित फसल के बीज को लिया जाता है, जिसे 15 दिनों तक सूखने के लिए रखा जाता है। इसके पश्चात दानों की तौल लेकर उत्पादन की गणना की जाती है। क्राप कटिंग प्रयोगों से प्राप्त उत्पादन के आंकडों के आधार पर क्षतिपूर्ति एवं फसल बीमा की राशि की गणना तथा विभिन्न फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गणना की जाती है।

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