टीएमयू की गणित प्रतियोगिता में प्रेरणा और साकेत अव्वल
ख़ास बातें
- प्रो. द्विवेदी ने किया महान गणितज्ञ डॉ. रामानुजन का भावपूर्ण स्मरण
- स्टुडेंट्स तानिया मित्तल और अभय कुमार प्रतियोगिता में रहे सेकेंडे
- बीटेक- ईसी फर्स्ट ईयर के ब्रहम सागर गौड़ तीसरे पायदान पर
–प्रो. श्याम सुंदर भाटिया
कर महावीर यूनिवर्सिटी के फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड कम्प्यूटिंग साइंसेज़- एफओईसीएस की ओर से राष्ट्रीय गणित दिवस पर हुई क्विज प्रतियोगिता में प्रेरणा सैनी और साकेत चौधरी अव्वल रहे, जबकि तानिया मित्तल और अभय कुमार दूसरे और ब्रहम सागर गौड़ तीसरे पायदान पर रहे। क्विज प्रतियोगिता में विभिन्न कोर्सों के 77 स्टुडेंट्स ने प्रतिभाग किया। एमएससी गणिम प्रथम वर्ष की छात्रा पलक टंडन ने रामानुजन की उपलब्धियों को पीपीटी तो बीएससी ऑनर्स गणित प्रथम वर्ष के छात्रों जतिन और अमन अली ने मौखिक क्विज आयोजित की। संचालन तान्या मित्तल और गार्गी शर्मा ने किया।
एफओईसीएस के डायरेक्टर प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी ने महान गणितज्ञ डॉ. रामानुजन का ऑनलाइन भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा, इनकी झोली में बहुत बड़ी- बड़ी उपलब्धियां हैं, जिनमें अनन्त का आविष्कार और संख्या पद्धति प्रसिद्ध हैं। प्रो. द्विवेदी बोले, आजकल के बीटेक के छात्र गणित को आर्ट की तरह पढ़ते हैं। छात्र गणित को नजर अंदाज कर रहे हैं। भारतीय रिसर्च डोमेन में गणित को भूल रहे हैं। इससे पूर्व राष्ट्रीय गणित दिवस का शुभारम्भ बीएससी ऑनर्स की छात्रा वंशिका अग्रवाल ने सत्यम् शिवम् सुंदरम् भजन गाकर किया।
इलाहबाद विश्वविद्यालय के इरविन क्रिश्चिन कॉलेज के डॉ. स्वप्निल श्रीवास्तव ने कहा, हमें महान गणितज्ञ डॉ. रामानुजन का जन्म इसीलिए और मनाना चाहिए, क्योंकि हमें गणित को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा, प्रो. हार्डी का रामानुजन के जीवन में बहुत बड़ा योगदान है। प्रो. हार्डी ने बहुत सारे गणितज्ञों के बीच सर्वे किया, जिसमें डॉ. रामानुजन को 100 फीसदी अंक मिले। उन्होंने 38-38 अन्सॉल्ड थियोरम के बारे में भी विस्तार से बताया। इस अवसर पर डॉ. अजीत कुमार, डॉ. संदीप वर्मा, डॉ. अभिनव सक्सेना, डॉ. कामेश कुमार, डॉ. विपिन कुमार, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. आलोक गहलोत, डॉ. अजय कुमार उपाध्याय, श्री राहुल विश्नोई आदि की गरिमामयी मौजूदगी रही। डॉ. गोपाल कुमार गुप्ता के वोट ऑफ थैंक्स से समापन हुआ।