छात्रों को बुलाने स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी के प्राध्यापक गांव -गांव पहुंचे
–पोखरी से राजेश्वरी राणा —
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में लगभग सभी विषयों की उपलब्धता तथा उनको पढ़ाने वाले प्राध्यापकों की मौजूदगी को देखते हुये और यहां उपलब्ध शैक्षणिक सुविधाओं का प्रचार प्रसार करने हेतू महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 पंकज पंत के निर्देशन में प्राध्यापकों की एक टीम ने आज विकास खण्ड के विभिन्न गांवों का भ्रमण किया जिसमें महाविद्यालय में अधिक से अधिक छात्र छात्राये नये सत्र में प्रवेश ले सके क्योंकि महाविद्यालय में नये सत्र हेतु प्रवेश प्रक्रिया आनलाईन माध्यम से आज से प्रारंभ हो गयी है ।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 पंकज पंत ने कहा कि वर्तमान समय में महाविद्यालय में शिक्षा से सम्बंधित समस्त सुविधाएं उपलब्ध है । स्नातक स्तर पर भूगोल , इतिहास , हिंदी , राजनीति विज्ञान , अर्थशास्त्र , संस्कृत ,शिक्षाशास्त्र , अंग्रेजी , जन्तु विज्ञान , वनस्पति विज्ञान , गणित विषय मौजूद हैं । जबकि स्नातकोततर स्तर पर भूगोल , हिंदी, राजनीति विज्ञान विषय है। इन सभी विषयों को पढ़ाने के लिए अनुभवी प्राध्यापक उपलब्ध है । प्रवेश प्रक्रिया हेतु महाविद्यालय में बढ़ती सुविधाओं और उपलब्ध सुयोग्य प्राधयापको की उपलब्धता के प्रचार प्रसार हेतु अनुभवी प्राध्यापको डा0 एस के जुयाल, डा 0नन्द किशोर चमोला के निर्देशन में प्राध्यापकों की एक टीम को विकास खण्ड के गांव गांवों में भेजा गया है ।
इन प्राध्यापकों ने ग्राम पंचायत गुणम, नैल, कलसीर, सांकरी, सरणा, विशाल, पांव, जखमाला, सेम, पाटी, त्रिशूला आदि गांवों का भ्रमण कर वहां के ग्राम प्रधानों, महिला मंगल दल की महिलाओं एवं इंटरमीडिएट पास छात्र छात्राओं से मुलाकात कर महाविद्यालय के बढ़ते स्वरुप के बारे में विस्तार से जानकारी देकर महाविद्यालय में प्रवेश लेने हेतू इनका आह्वान किया ।
भ्रमण दल में डा0 साजिया सिद्धकी, डा0 जगजीत सिंह, डा0 राजेश भट्ट, डा0 उपेन्द्र सिंह चौहान,डा0 आरती रावत, शामिल थे । भ्रमण दल के प्राध्यापकों के ग्राम सभाओं में पहुंचने पर ग्राम प्रधानों ने उनका स्वागत किया तथा सहयोग प्रदान किया ,गुणम के प्रधान सज्जन सिंह नेगी ,मसोली के प्रधान देवेंद्र लाल , त्रिशूला के प्रधान विनोद नेगी ,पार्टी जखमाला के प्रधान प्रेम सिंह नेगी ने कहा कि महाविद्यालय की यह सराहनीय पहल है । इससे महाविद्यालय में अधिक से अधिक संख्या में छात्र छात्राये प्रवेश लेकर उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे ।