जेईई एडवांस के परीक्षा परिणाम में थराली के सागर की 888 वीं रैंक
–थराली से हरेंद्र बिष्ट–
पिंडर घाटी के दो युवाओं ने साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत एवं ईमानदार लग्न के आगे गरीबी, संसाधनों की कमी कोई मायने नही रखती हैं। दोनों युवकों ने जिस तरह से सफलता हासिल की है, उसे चमोली जिले का ही नही प्रदेश का सर भी गर्व से ऊंचा हुआ हैं। युवाओं की इस कामयाबी पर लोगों ने युवाओं को बधाई दी है।
दरअसल गत दिवस राष्ट्रीय स्तर पर जारी जेईई एडवांस के परीक्षा परिणाम में थराली के सागर पुरोहित ने 888 वीं रैंक हासिल कर अपनी मेहनत एवं लग्न का प्रमाण दिया है।अध्ययन के प्रति बेहद लगनशील छात्र की शिक्षा किसी कान्वेंट स्कूल के बजाय राइका थराली में हुई उसने हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा 2020 में राज्य स्तर पर 18 वां एवं इंटर स्तर पर इसी वर्ष 7 वां स्थान प्राप्त किया हैं।बेहद सामान्य परिवार के सागर के पिता थराली में एक छोटी सी चाय की दुकान चला कर घर-परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं। किन्तु बेटे की सफलता से वें बेहद गदगद बनें हुए हैं।
इस तरह से विकासखंड देवाल के दुरस्थ गांव देवस्थली के 30 वर्षीय युवक हितेश कुनियाल ने अल्ट्रा मैराथन दौड़ में 17 वां स्थान प्राप्त कर पूरे देश में उत्तराखंड का लौहा मनवाया। इस प्रतियोगिता में विश्व के 200 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। 72 किमी लंबी दौड़ को विश्व की सबसे ऊंची पर लगाएं जाने वाली दौड़ हैं। यें दौड़ 17618 फीट की ऊंचाई वाले स्थानों पर संपन्न हुई इस दौड़ को हितेश ने 9 घंटे 28 मिनट में पूरी की। हितेश के पिता शंकर दत्त कुनियाल सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी हैं। जिससे हितेश की पढ़ाई पिंडर घाटी से बहार ही हुईं किंतु ऊंचाई पर दौड़ने की प्रेरणा एवं जुनून उन्हें पिंडर घाटी की गगनचुंबी पहाड़ियों से मिला हैं। वर्तमान में वें देहरादून की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में अकाउंट अफसर के पद पर कार्यरत हैं। एक साथ पिंडर घाटी से दो युवाओं के द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में क्षेत्र का नाम रोशन करने पर थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा ने दोनों युवकों को बधाई देते हुए कहा कि निकट भविष्य में वें दोनों अपने क्षेत्रों में और बेहतरीन कार्य तों करेंगे ही साथ ही इस क्षेत्र के युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेंगे ऐसी उन्हें आशा है।