चमोली जिले की पहली महिला रामलीला थराली में शुरु; हनुमान के अलावा सारे पात्र महिलाएं
–रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट–
थराली, 14 नवंबर। जिला चमोली की पिंडर घाटी के थराली में इतिहास में पहली बार महिलाओं की रामलीला शुरू हो गई हैं। इस रामलीला को देखने के लिए राम भक्तों में खासा उत्साह बना हुआ हैं। इस रामलीला मंचन में केवल हनुमान के पात्र को छोड़ कर अन्य पात्रों की भूमिका महिलाएं निभा रही हैं।
रामलीला मैदान थराली में मंगलवार को नव दुर्गा महिला जागृति एवं रामलीला समिति के बैनर तले उद्घाटन हुआ। रामलीला का उद्घाटन क्षेत्र के प्रसिद्ध शास्त्री पंडित रामकृष्ण चंदोला एवं उनकी धर्मपत्नी ने रिबन काट कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया। रामलीला के पहले दिन आयोजन स्थल पर लंका की स्थापना की गई।इसके बाद मंच पर मुकुट एवं अस्त्र-शस्त्रों की विधिवत पूजा अर्चना की गई। जिसमें सभी पात्र मौजूद रहे।
इसके बाद मंच पर नट- नटनी का संवाद, कोरस, गणेश पूजन के बाद रावण दरवार का आयोजन इसमें रावण सहित उसके भाई कुंभकरण एवं विभीषण के द्वारा ब्रहमा की उपासना करने का निर्णय लेने,रावण के द्वारा हिमालय पर्वत को उठाने का संवाद प्रस्तुत किया।
इस मौके पर बेतालेश्वर मंदिर थराली के महंत रजनीशा नंद गिरी, सामाजिक कार्यकर्ता गंगा सिंह बिष्ट, विनोद चंदोला, महेश उनियाल,प्रेम देवराड़ी, भाजपा मंडल अध्यक्ष नंदू बहुगुणा, थराली नगर पंचायत के सभासद कृष्णपाल गुसाईं, कुंवर सिंह रावत, दिगम्बर खंडूड़ी, मोहन खंडूड़ी, रमेश पुरोहित आदि बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। आयोजन कमेटी की अध्यक्ष मीना बिष्ट एवं कोषाध्यक्ष उमा उनियाल ने राम भक्तों का रामलीला में स्वागत करते हुए बताया कि इस रामलीला में राम की संजना देवराड़ी, लक्ष्मण की समीक्षा चंदोला,सीता की पूनम पांडे,रावण की उमा उनियाल मेघनाथ की अनीता गुसाईं के अलावा अन्य महिला पात्र भूमिका निभा रही हैं। जबकि की हनुमान के पात्र की भूमिका हर्ष रावत निभा रहे हैं।
पहली बार महिलाओं के द्वारा प्रस्तुत की जा रही रामलीला को लेकर लोगों में खासा उत्साह बना हुआ हैं। पहले दिन की दमदार प्रस्तुति ने उपस्थित जनसमूह की खूब तालियां बटोरी।