व्यापारियों की प्रशासन से बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने की गुहार
-गौचर से दिगपाल गुसाईं –
व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में गौचर के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के उच्चीकरण के साथ ही बंदरों, लंगरों व आवारा जानवरों से निजात दिलाने की मांग की है।
मुख्य मंत्री को संबोधित ज्ञापन में व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल ने कहा कि कांग्रेस शासन काल में गौचर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के उच्चीकरण की कार्यवाही शुरू की गई थी। उच्चीकरण के मानकों के हिसाब से करोड़ों रुपए खर्च कर भवनों का स्ट्रक्चर खड़ा तो किया गया लेकिन दुःख इस बात का है कि उच्चीकरण करना तो दूर इस चिकित्सालय का स्तर घटाकर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कर क्षेत्र की जनता के साथ नाइंसाफी की गई है।उनका कहना था कि गौचर के लोगों की बेस कीमती जमीन आई टी वी पी, हवाई पट्टी के अलावा ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन के लिए ली गई है। लेकिन गौचर क्षेत्र की जनता को विकास की अन्य सुविधाएं तो रही दूर ठीक से स्वास्थ्य सुविधा तक नसीब नहीं हो पा रही है। ज्ञापन में उन्होंने यह भी कहा कि बंदरों, लंगूर व आवारा जानवर क्षेत्र की जनता के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। यही नहीं उंचाई वाले क्षेत्रों में जीवन यापन करने वाले लंगूरों ने भी पिछले कई वर्षों से क्षेत्र डेरा डालकर कास्तकारों को भारी मुसीबत में डाल दिया है। यहां के लोगों की जमीन रेल लाइन, हवाई पट्टी के लिए अधिग्रहण करने से अधिकांश कास्तकारों के भूमिहीन के दायरे में आने से उनके सामने जीवन यापन का भी संकट पैदा हो गया है।बची खुची कसर बंदर, लंगूर व आवारा जानवर पूरी कर रहे हैं।नौबत यहां तक पहुंच गई है कि कास्तकारों को बीज का दाना भी नसीब नहीं हो पा रहा है। गौचर क्षेत्र की उपेक्षा का आलम यह है कि यहां संचालित बालिका इंटर कालेज, इंटर कालेज तथा राजकीय पालीटेक्निक अध्यापक अध्यापिकाओं का दंश झेल रहे हैं। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से आवारा जानवरों, बंदरों व लंगूरों से निजात दिलाने के साथ ही गौचर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में उच्चीकरण करने तथा विद्यालयों में अध्यापकों की व्यवस्था करने की मांग की है।