कांग्रेस की निर्वाचन आयोग से बागेश्वर में निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग
देहरादून, 4 सितम्बर। उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष करण महरा ने बागेश्वर उप चुनाव में सत्ता के दुरूपयोग का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।
प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ने मुख्य चुनाव आयुक्त, भारतीय चुनाव आयोग को पत्र लिखकर बागेश्वर में लोकतांत्रिक तरीके से निष्पक्ष चुनाव कराए जाने बाबत पत्र लिखा है कि बागेश्वर में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया गया ,चौथे स्तंभ प्रेस का दमन किया गया और अब उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट द्वारा पत्र लिखकर केंद्रीय ऑब्जर्वर को कांग्रेस का एजेंट बताने की राजनीति की जा रही है।
पत्र में महारा ने बागेश्वर के उपचुनावों के दौरान उत्तराखंड के सूचना विभाग और बागेश्वर जिला मजिस्ट्रेट द्वारा अपने पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।महारा ने पत्र में कहा की बागेश्वर उपचुनाव के दौरान एक पत्र जारी किया गया था, जिसमें सूचना विभाग ने प्रतिभागी दलों द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस के आयोजन से पहले सरकार या संबंधित विभाग से अनुमति प्राप्त करने की बात कही है । महारा ने आयोग से विनम्रता पूर्वक सवाल करते हुए कहा की क्या लोकतंत्र में विभाग को ऐसा पत्र जारी करने का अधिकार है? जिससे प्रतिद्वंद्वी पार्टियों की गतिविधियों को रोकने का प्रयास किया जा रहा हो, क्या सूचना विभाग चुनाव प्रचार के दौरान दलों के प्रेस वार्ता करने पर प्रतिबंध लगा सकता है?
महारा ने चुनाव आयुक्त को लिखे पत्र में बागेश्वर जिला मजिस्ट्रेट के द्वारा दिए गए अधिकृत वीडियो बयान का जिक्र करते हुए कहा की जिला मजिस्ट्रेट अपने बयान में ये कहते हुए देखी जा रही हैं कि संबंधित पत्रकार की आईडी बागेश्वर की सर्टिफाइड आईडी नहीं है, सर्टिफाइड आईडी से जिलाधिकारी का क्या तात्पर्य है? क्या जिला अधिकारी बागेश्वर से इतर प्रदेश के दूसरे पत्रकारों को बागेश्वर उपचुनाव को कवर करने से रोक सकती हैं?? जोकि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, जिलाधिकारी के उस बयान का लिंक भी पत्र के साथ संलग्न किया गया है।
महारा ने चुनाव आयोग को वह पत्र भी उपलब्ध कराया जिसमें उत्तराखंड यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों को बिना किसी अपराध के धारा 107/116 के अंतर्गत नोटिस जारी किया गया और दबाव बनाने का प्रयास किया गया ताकि वह कांग्रेस के पक्ष में प्रचार ना करें।
महारा ने पत्र में मुख्य चुनाव आयुक्त से अनुरोध किया है कि वह उपरोक्त सभी मामलों की जांच करें और आवश्यक कार्रवाई करें, क्योंकि लोकतंत्र में हर पार्टी को एकसमान अधिकार व एकसमान अवसर मिलने चाहिए।
महारा ने पत्र के जरिए अवगत कराया की राज्य में शासन कर रही पार्टी का रवय्या पूरे चुनाव के दौरान विपक्ष के प्रति बहुत अधिक पक्षपातपूर्ण रहा है और और विभिन्न स्तरों पर धनबल और सत्ता बल का दुरुपयोग किया गया।
महारा ने बागेश्वर में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराएं जाने हेतु उपरोक्त घटनाओं का संज्ञान लेते हुए सख्त कदम उठाए जाने का और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने का आग्रह किया है जिससे कि मतदाता बिना किसी भय, दबाव और प्रलोभन के अपने मत का प्रयोग कर सकें।