गिद्ध संरक्षण व सुरक्षा दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया
–रिखणीखाल से प्रभु पाल रावत –
विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी पर्यावरण व वृक्ष प्रेमी दिनेश चन्द्र कुकरेती द्वारा गत दिवस गिद्ध संरक्षण व सुरक्षा दिवस पर ग्राम नावेतल्ली में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गिद्ध एक विशाल मांसाहारी पक्षी है जो मुर्दा और गन्दगी खाने की प्रवृत्ति के लिए जाना जाता है।पारिस्थितिक तंत्र को बनाये रखने में इस पक्षी का महत्वपूर्ण योगदान है।क्योंकि यह गन्दगी खाकर कयी प्रकार की बीमारियों के प्रसार को रोकता है।
दिनेश कुकरेती सन 2010 से क्षेत्र में गिद्धों के संरक्षण,सुरक्षा व उनके रहने के ठिकानों व अड्डों को पुनर्जीवित करने का प्रयास करते आ रहे हैं। वे एक शिक्षक होने के साथ-साथ इस गिद्ध दिवस पर गाँव गाँव जाकर लोगों में जन जागरण, जागरूक व अलख जगाते हैं। इस कड़ी में उन्होनें कल ग्राम नावेतल्ली में जाकर वहां के गाँव वालों को गिद्धों से कैसे बचाना है उनको कीटनाशक युक्त मवेशियों को खाने से बचाना है।वे जंगल में जाकर गिद्धों के रहने के अड्डों आदि को भी चिन्हित करते रहते हैं। कल इस विचार गोष्ठी में नावेतल्ली के ग्रामीणों का विशेष सहयोग व रूचि देखी गई। उन्होंने दिनेश कुकरेती की बातों को ध्यान, उत्सुकता व गम्भीरतापूर्वक सुना व गिद्ध संरक्षण, सुरक्षा करने का संकल्प दोहराया। वर्तमान में गिद्ध विलुप्त होते जा रहे हैं।
इस गोष्ठी में गाँव के औतार सिंह रावत ,दान सिंह पटवाल, बालम सिंह ,पीताम्बर सिंह, थान सिंह, बलवंत सिंह, भोपाल सिंह, दिक्का देवी,सुरजी देवी,मनोती देवी,हीरा देवी सहित अनेक महिलायें व बच्चे सरीक हुए। अन्य गांवों से चन्द्र मोहन सिंह रावत आदि भी उपस्थित रहे।