पिंडर घाटी के भटियाणा गांव में 38 वर्षों बाद नैणी माता की दिवारा यात्रा
-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट-
थराली/नारायणबगड़, 17 सितम्बर। पिंडर घाटी के उत्तरी कड़ाकोट क्षेत्र के भटियाणा गांव मे 38 वर्षों बाद नैणी माता का दिवारा यात्रा के शुभारंभ पर पांच गांवों की महिला मंगल दलों द्वारा माँगल गीतों व कलश यात्रा के साथ घट उद्भव स्थल पहुँची।
यहां पुजारी और नैणी देवी के गणवे गुरु पंडित विशम्बर प्रसाद सती के द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ 38 पूर्व स्थापित घट (घड़े) को बाहर निकाला गया। इस मौके पर भारी संख्या में पिंडर के साथ ही अलकनंदा क्षेत्र के श्रद्धालु मौजूद रहें। इसके बाद घड़े को डोली में रखकर लक्ष्मी -नारायण मंदिर तक लाया गया। यहां पर देव पश्वावे अवतरित हुए जिन्होंने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया।
रविवार को उत्तरी कड़ाकोट पट्टी के भाटियाणा ,कोट एवं भुलक्याणी गांव मे संयुक्त रूप से इष्ट देवी नैणी देवी की दिवारा यात्रा का शुभारम्भ घट उदभव के साथ विधिवत तरीके से पंडित विशंभर दत्त सती द्वारा 38 वर्षों पहले भूमि के अंदर दबाएं गए घड़े को निकाला गया।1985-86 मे नैणी देवी की दिवारा यात्रा निकाली गयी थी। इस अवसर पर यहां पर एक भव्य मेले का आयोजन किया गया। जिसमें पिंडर घाटी के साथ ही अलकनंदा क्षेत्र के कई गांवों के श्रद्धालुओं ने शिरकत की। 177 दिनों तक चलने वाली नैणी देवी की दिवारा यात्रा अपनी ध्याणीयों (इन तीन गांवों के अन्य क्षेत्रों में विवाहित बेटियां) के गाँवो में जाएगी। इसके अलावा नैणी देवी अपनी
आठ नागणी बहनों के गावों रैंस, डूंगरी,सणकोट,बैनोली,रतूड़ा , कंडारा- नैनीसैण ,माल बजवाड़, घण्डियाल गाँवो मे पहुंचेगी जहाँ अपनी नागणी बहनों से देवी का 38 वर्षों के बाद मिलन होगा। मान्यता के अनुसार नैणी देवी नागवंशी देवी थी जिसकी आठ अन्य बहिनें थी जोकि क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में विराजमान हैं। उनसे मिलने ही नैणी की यात्रा निकाली जाती हैं।
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नैणी यात्रा के शुभारंभ के मौके क्षेत्र की महिला मंगल दलों, स्कूल , कालेज की छात्र छात्र-छात्राओं, सांस्कृतिक दलों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर दिवारा यात्रा के अध्यक्ष दिवाकर डिमरी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए यात्रा के धार्मिक महत्व पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर नारायणबगड़ के ब्लाक प्रमुख यशपाल नेगी,समाज सेवी डॉ.हरपाल नेगी मेला समिति के जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत,मेला समिति के उपाध्यक्ष उदेय सिंह नेगी,कल्पेश्वर कोषाध्यक्ष आनंद सिंह नेगी,नरेश देवराडी,दलवीर सिंह,प्रधान भूपेंद्र सिंह,जगत सिंह आदि ने विचार व्यक्त किए।