पिछले 30 घंटों से अधिक समय से जारी मूसलाधार बारिस के कारण पिंडर घाटी में जन जीवन अस्तव्यस्त
-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट-
थराली, 10 सितम्बर। पिछले 30 घंटों से अधिक समय से जारी बरिश के कारण पिंडर घाटी का सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो कर रह गया हैं। बारिश के कारण जहां के घाटी वाले इलाकों में जहां धान,झूंगर,कोणी,मडूवा सहित अन्य फसलों के खराब होने का अंदेशा बन गया हैं। वही ऊंचाई पर बसें गांवों में आलू, राजमा, फाबर,चौलाई जैसी नकदी फसलों पर संकट बढ़ने लगा हैं। जिससे किसानों में हताशा एवं निराशा व्याप्त होने लगी हैं।
शनिवार की सुबह से ही पिंडर घाटी में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था। जोकि समाचार लिखे जाने तक जारी है। लगता बारिश के कारण पिंडर,कैल व प्राणमती नदियों सहित सभी गदेरो एवं नालों में फिर से पानी का जलस्तर बढ़ गया हैं। बारिश के चलते क्षेत्र की सभी सड़कों पर मलुवा, पत्थर, बोल्डरों व पेड़ों के आने की वजह से सामान्य यातायात पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा हैं। हालांकि बारिश की वजह से तापमान गिरने से पिछले एक सप्ताह से हो रही उमस से निजात जरूरी मिली है।
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लगातार बारिश के कारण कर्णप्रयाग -ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग करीब साढ़े चार घंटों तक यातायात के लिए सोनला के पास हिल साइड मलुवा, पत्थर,बोल्डरों के आने एवं खड साइड में मार्ग के धंसने के कारण बंद रहा। इसकी वजह से गढ़वाल से कुमाऊं मंडल की ओर आने जाने वाले सैकड़ों लोग मार्ग पर फंसे रहे। हालांकि बीआरओ के जेसीबी मशीन के सहयोग से दोपहर करीब 11.30 बजें मार्ग को यातायात के लिए खोल दिया जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली।उधर थराली-देवाल-वांण, ग्वालदम -नंदकेशरी राजमार्गों के अलावा अन्य ग्रामीण सड़कों पर भी मलुवा आने के कारण सामान्य यातायात प्रभावित रहा।