संस्कृत अकादमी द्वारा जोशीमठ में संस्कृत छात्र प्रतियोगिता का सयोजन
-प्रकाश कपरवान –
जोशीमठ,26सितंबर। उत्तराखंड संस्कृत अकादमी द्वारा आयोजित संस्कृत छात्र प्रतियोगिता का उद्घाटन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ के प्राचार्य डॉक्टर विश्वनाथ खाली द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम मे पूर्व पालिका अध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती व पूर्व प्राचार्य रामदयाल मैदुली विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
दो दिवसीय कार्यक्रम में विकास खण्ड जोशीमठ के दस विद्यालयों व महाविद्यालय स्तर के विद्यार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं। पहले दिवस वरिष्ठ वर्ग की प्रतिस्पर्धा सम्पन्न हुई। इस अवसर पर खंण्ड संयोजक अरविंद पंत ने प्रतियोगीता के विषय मे जानकारी दी ।
मुख्य अतिथि डॉक्टर खाली जी ने संस्कृत भाषा के उन्नयन के लिए ऐसे ही कार्यक्रम के माध्यम की आवश्यकता पर बल दिया। विशिष्ट अतिथि ऋषि प्रसाद सती ने सभा को सम्बोन्धित करते हुए कहा कि संस्कृत भाषा देव भाषा है तथा उत्तराखंड सरकार इसके सम्बर्धन के लिये अच्छा कार्य कर रही है। पूर्व प्राचार्य आचार्य राम दयाल मैदुली ने संस्कृत भाषा को समस्त भारतीय भाषओं की जननी बताया ।
कार्यक्रम में बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के प्रशासनिक अधिकारी विजेंद्र बिष्ट,आचार्य श्री कृष्ण मैठाणी ,गौर सिंह खत्री ,देवीप्रसाद भट्ट ,दाता राम बड़थ्वाल,रेखा शाह, आचार्य प्रदीप पुरोहित, मुख्य सहायक पुष्पा कपरवाण, अनिता उनियाल ,योगिता, नीरज कोटवाल, मनोरमा ,आशा पंवार आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन आचार्य वाणी विलास डिमरी ने किया।