पानी की कमी दूर करने के लिए उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में चलेगी सारा योजना

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-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट-
थराली, 11 नवंबर। सारा परियोजना के तहत जल्द ही पूरे उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में कार्य शुरू होंगे। इसके अलावा राज्य के प्रत्येक जिले में जलागम विभाग के कार्यालय स्थापित किए जाने की तेजी के साथ कवायद चल रही हैं।

जलागम परिषद् के उपाध्यक्ष एवं राज्य मंत्री रमेश सिंह गड़िया ने एक खास मुलाकात में जलागम के माध्यम से निकट भविष्य में किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के सभी 13 जिलों में सारा परियोजना के तहत राज्य में पानी के जलस्तर को बढ़ाने के तहत जल स्रोतों,नोलो, झरनों,गाड गद्देरों, नदियों के रखरखाव, सुधारीकरण का कार्य किया जाएगा। ताकि राज्य में आने वाले समय में संभावित पानी की कमी से बचा जा सके। इसके अलावा इनके पुर्नजीवित का भी कार्य किया जाएगा। परियोजना के तहत वन विभाग,कृषि, उद्यान, पशुपालन,भूमि संरक्षण, सिंचाई,लघु सिंचाई,ग्राम्य विकास विभाग सहित 8-9 विभागों को इस परियोजना के संचालन में सम्लित किया जाएगा।

गड़िया  ने बताया कि जलागम इसमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण नोडल की भूमिका निभाएगा, इसका प्रस्ताव कैबिनेट में बकायदा पास हो गया हैं।इसके अलावा आने वाले दिसंबर, जनवरी माह में विश्व बैंक पोषित जलवायु अनुकूल बारानी कृषि योजना धरातल पर उतारी जा रही हैं । इसके तहत 8 जिलों के 11 ब्लाकों में शुरू होगा। इसके तहत ब्लाकों एवं गांव का व्यापक सर्वेक्षण कर कृषि विकास के क्षेत्र में कार्य किए जाएंगे।

 

उन्होंने कहा कि उनका प्रयास हैं कि राज्य के सभी जिलों में जलागम विभाग के स्थाई कार्यालय खोला जाएगा। इसमें अधिकारियों, कर्मचारियों की तैनाती के साथ आवश्यक संसाधन उपलब्ध हों ताकि जलागम संबंधी कार्यों के सम्पादन में तेजी लाई जा सके। उन्होंने पिंडर क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे भूस्खलन, भूकटाव एवं भू-धंसाव पर चिंता व्यक्त करते हुए इन्हें रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने का आश्वासन दिया।

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वन पंचायत परामर्शदाता समिति के अध्यक्ष गोविंद सोनी, भाजपा मंडल अध्यक्ष उमेश मिश्रा, महामंत्री युवराज बसेड़ा, आनंद बिष्ट, जिपंस कृष्णा बिष्ट, तेजपाल रावत, जितेंद्र बिष्ट, रमेश गड़िया, राजेन्द्र गड़िया आदि ने पिंडर घाटी क्षेत्र की भूस्खलन, भू-धंसाव, भूकटाव को रोकने के लिए जलागम के तहत विशेष कार्य करने की राज्यमंत्री रमेश गड़िया से मांग की जिस पर उन्होंने हरसंभव कार्य करने का आश्वासन दिया।

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