गौचर मेले में पत्रकार सम्मेलन ; छाया रहा बंदरों का आतंक और अफसरों की गैर मौजूदगी
गौचर, 19 नवंबर ( गुसाईं)।मेले में आयोजित पत्रकार वार्ता में बंदरों, लंगूरों के अलावा सक्षम अधिकारियों के मौजूद न रहने का मुद्दा छाया रहा।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता का मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र व मेलाधिकारी उपजिलाधिकारी संतोष कुमार पाण्डेय ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।
इस अवसर पर पत्रकार दिग्पाल गुसांईं ने बंदरों व लंगूरों का मामला उठाते हुए कहा कि इससे कास्तकार ही नहीं बल्कि आम नागरिक परेशान है उनकी इस बात का समर्थन करते हुए सभी पत्रकारों ने वन विभाग से जानकारी चाही तो वन विभाग ने कहा कि अब तक एक हजार से ज्यादा बंदरों को पकड़कर हरिद्वार छोड़ा गया है।
इससे संतुष्ट न होकर पत्रकारों ने कहा कि नंदप्रयाग में बनाया जा रहा बंदरबाड़ा कब तक शुरू होगा इस सवाल का वे ठीक से जबाब नहीं दे पाए। अरूण मैठाणी ने उद्यान व कृषि विभाग के बीज वितरण व सब्सिडी के अलावा सक्षम अधिकारियों के मौजूद न रहने पर नाराजगी व्यक्त की।
जगदीश पोखरियाल ने कास्तकारों की आय दोगुनी के बारे में सवाल किया तो संबंधित अधिकारी ठीक से जवाब नहीं दे पाए। भुवन शाह ने पीपलकोटी पेयजल का मामला उठाते हुए कहा कि जल संस्थान के अधिकारी फोन उठाने तक तैयार नहीं हैं।
पत्रकारों ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि लंबे समय समय से जिले में पत्रकार वार्ता न होने से विकास कार्यों की जानकारी आम जनता को नहीं मिल पा रही है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आगे से विभाग के समक्ष अधिकारी ही पत्रकार वार्ता में मौजूद रहें।
उन्होंने कहा कि वन, उद्यान व कृषि विभाग को संयुक्त रूप से बंदर पकड़ने अभियान प्राथमिकता से संचालित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी से वार्ता कर दिसंबर माह में जिले में पत्रकार वार्ता की तिथि निर्धारित की जाएगी।
इस अवसर पर अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह देकर पत्रकारों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मेलाधिकारी उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग संतोष कुमार पाण्डेय, सूचना अधिकारी रविन्द्र सिंह नेगी भी मौजूद रहे।